कोरियाई में 영계 का क्या मतलब है?

कोरियाई में 영계 शब्द का क्या अर्थ है? लेख में कोरियाई में 영계 का उपयोग करने के तरीके के बारे में द्विभाषी उदाहरणों और निर्देशों के साथ-साथ पूर्ण अर्थ, उच्चारण की व्याख्या की गई है।

कोरियाई में 영계 शब्द का अर्थ घरेलू मुर्गी, गैलस, चूजे, पठोर, छोटी मुर्गी है। अधिक जानने के लिए, कृपया नीचे विवरण देखें।

उच्चारण सुनें

영계 शब्द का अर्थ

घरेलू मुर्गी

(pullets)

गैलस

(pullets)

चूजे

(pullets)

पठोर

(pullets)

छोटी मुर्गी

(pullets)

और उदाहरण देखें

(창세 6:1-4) 대홍수 때 이 변절한 천사들은 영계로 돌아갔지만, 하늘에서 하느님과 함께 있는 “본래 위치”로 돌아간 것이 아니었습니다.
(उत्पत्ति 6:1-4) जलप्रलय के वक्त ये फरेबी स्वर्गदूत आत्मिक लोक में वापस गए, मगर वे स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अपने “निज निवास” में नहीं गए।
따라서 서두에 언급한 연로한 추장은 영계에서 자기 조상을 만나 그들과 함께 일하기를 기대하였다. 그는 이렇게 말하였다.
इसके परिणामस्वरूप शुरू में बताए गए वयोवृद्ध मुखिया ने अपेक्षा की कि वह अपने पूर्वजों से मिलेगा और उनके साथ आत्मिक क्षेत्र में कार्य करेगा।
사탄의 사악한 영향력은 영계에까지 미쳤는데, 다른 천사들도 꾀어 자신의 반역에 가담하게 한 것입니다.
शैतान, आत्मिक लोक में भी अपना बुरा असर फैलाने लगा। उसने दूसरे स्वर्गदूतों को भरमाकर उन्हें अपनी बगावत में शामिल कर लिया।
우리의 사랑하는 죽은 사람들은 영계로 간 것입니까?
क्या हमारे मृत प्रिय जन आत्मिक क्षेत्र में गए हैं?
그 홍수로 인해 영들은 어쩔 수 없이 인간의 몸을 버리고 영계로 돌아갔습니다.
जलप्रलय में बगावती स्वर्गदूत, इंसानी शरीर छोड़कर वापस स्वर्ग जाने पर मजबूर हो गए।
예수께서는 독특한 관점으로 말하고 가르치셨는데, 영계에서, 가장 높으신 하느님이 계신 고귀한 자리에서 직접 보고 배운 것들을 기억해 내셨기 때문입니다.—요한 8:28.
यीशु की बातों और शिक्षाओं में एक खासियत थी, वह उन बातों के आधार पर सिखाता था जो उसने स्वर्ग में परमप्रधान परमेश्वर की मौजूदगी में सीखी थीं।—यूहन्ना 8:28.
그렇지만, 사울 왕의 경험이 보여주듯이, 영계로부터 전갈을 받는 일은 가능하다.
फिर भी, आत्मिक-क्षेत्र से प्राप्त संदेश संभव हैं, जैसा राजा शाऊल का अनुभव दिखाता है।
(시 148:5, 6) 그러므로 여호와께서는 영계와 물질적 우주를 인도하고 지배하고 통제하심으로 지금까지 계속 주권을 행사해 오셨습니다.—느헤미야 9:6.
(भजन 148:5, 6) यहोवा हमेशा से आत्मिक लोक और पूरे विश्व को चलाने, उनका निर्देशन करने और उनके लिए नियम ठहराने के ज़रिए हुकूमत करता आया है।—नहेमायाह 9:6.
(마태 4:10; 야고보 4:7) 영계에 대한 호기심에서 악한 영들과 관계를 맺는 일이 없도록 하십시오.
(मत्ती ४:१०; याकूब ४:७) आत्मिक लोक के विषय में जिज्ञासु होने के कारण अपने आपको दुष्ट आत्माओं से मत उलझने दीजिए।
(요한 6:38) 예수께서는 창조의 시작부터 하늘에 계신 아버지와 함께 영계에서 사셨습니다.
(यूहन्ना 6:38) यीशु, सृष्टि की शुरूआत से ही अपने स्वर्गीय पिता के साथ आत्मिक लोक में रहा था।
그러나 하느님을 기쁘시게 해 드리기를 원하는 그리스도인들은, 갓난아기가 조상들이 사는 영계에서 살아 있는 사람들의 세상으로 넘어오는 “손님”이라는 견해에 그들이 동의한다는 인상을 주는 관습이나 의식은 어떤 것이든 주의 깊이 멀리합니다.
लेकिन जो मसीही परमेश्वर को खुश करना चाहते हैं, वे ऐसी कोई भी रस्म नहीं मनाते, जिससे लग सकता है कि वे भी इस धारणा को मानते हैं कि नवजात शिशु, पूर्वजों के आत्मिक लोक से ज़िंदा लोगों की बिरादरी में आया “मेहमान” है।
(창세 6:5, 12-22) 그러나 물질화한 천사들은 수치스럽게 영계로 돌아갔습니다.
(उत्पत्ति 6:5, 12-22) मगर जो स्वर्गदूत इंसानी शरीर धारण करके धरती पर आए थे, वे आत्मिक लोक लौट गए।
그러나 셋째 날에 전능하신 하나님 곧 위대하신 생명의 수여자께서는 자신의 충성스러운 아들을 영계에서의 불멸의 생명으로 부활시키심으로써 그 상한 것을 낫게 하셨습니다.
लेकिन तीसरे दिन पर, सर्वशक्तिमान परमेश्वर, महान् जीवन-दाता, ने अपने वफ़ादार बेटे को आत्मिक क्षेत्र में अमर जीवन सहित पुनरुत्थित करके उस घाव को अच्छा किया।
그러나 출생을 조상들이 있는 영계에서 인간 사회로 넘어오는 하나의 과정으로 보는 지역에서 참 그리스도인들은 조심하지 않으면 안 됩니다.
लेकिन जिन जगहों में माना जाता है कि जब एक बच्चा पैदा होता है तो वह पूर्वजों के आत्मिक लोक से इंसानों की दुनिया में कदम रखता है, वहाँ सच्चे मसीहियों को सावधानी बरतने की ज़रूरत है।
그것은 그들이 실제로 영(인격체가 아님)을 본다거나 영이 그들과 교신하였다고 생각한다거나 영계로부터 음성을 듣는다는 의미가 아닙니다.
इसका यह अर्थ नहीं है कि वह वास्तव में उस आत्मा को देखते हैं (यह कोई व्यक्ति नहीं है) या उस आत्मा को उनके साथ से बातचीत करने का, कोई मानसिक आभास नहीं होता, और ना हि वह आत्मिक क्षेत्र से कोई आवाज़े सुनते हैं।
대홍수로 인해 영계로 돌아가지 않으면 안 되었을 때, 그 천사들은 타르타루스 곧 철저하게 비하된 상태에 던져졌습니다.
जब जलप्रलय की वजह से उन स्वर्गदूतों को आत्मिक क्षेत्र में लौटना पड़ा, उन्हें टार्टेरस (अँधेरे कुण्डों) में फेंका गया, जो कि संपूर्ण हीनता की अवस्था है।
영계로부터 실제로 전갈이 오는 일이 있지만, 그 근원은 인류를 나쁜 길로 인도하려고 하는 강력한 피조물들이다.
आत्मिक-क्षेत्र से संदेश ज़रूर आते हैं, परंतु, उनका स्रोत शक्तिशाली आत्माएँ हैं, जो मनुष्यजाति को गुमराह कराना चाहते हैं।
영계로부터 오는 그러한 음성을 듣지 마십시오.
आत्मिक लोक से आनेवाली इस प्रकार की आवाज़ों को मत सुनिये।
그리하여 오리게네스는 천년기에 땅에서 있을 축복을 영계에서 있을 일로 바꾸어 버렸습니다.
नतीजा, ऑरिजन यह सिखाने लगा कि मसीह की हज़ार साल की हुकूमत में लोगों को धरती पर नहीं, स्वर्ग में आशीषें मिलेंगी।
죄는 영계에서 처음으로 시작되었습니다.
पाप पहले आत्मिक क्षेत्र में हुआ।
(창세 7:11, 17-20) 자신들의 합당한 처소를 떠났던 천사들은 물질화한 인간 몸을 버리고 영계로 돌아가지 않을 수 없었습니다.
(उत्पत्ति ७:११, १७-२०) जिन स्वर्गदूतों ने अपने निज निवास को छोड़ दिया था, वे अपने धारण किए हुए मानवीय शरीरों को छोड़ देने और आत्मिक क्षेत्र में लौटने पर मजबूर हुए।
또한 그는, 이러한 “고통”에서 벗어나는 유일한 방법은 영혼이 몸을 빠져나가 지구를 떠난 다음 영계에서 영적 존재가 되는 것이라는 견해를 가지고 있었습니다.
उसका यह भी मानना था कि इंसान के शरीर के आत्मिक हिस्से के लिए इस “दर्द” से छुटकारा पाने का एक ही उपाय है, शरीर से निकल जाना और फिर धरती छोड़कर किसी आत्मिक लोक में आत्मिक जीवन बिताना।
그리스도인 시대의 제 1세기에 사건들이 전개되면서, “여자” 곧 여호와의 하늘 영계 조직의 역할과 씨 곧 예수 그리스도의 역할이 그리스도인 희랍어 성경에 분명히 밝혀졌읍니다.
जैसे मसीही युग की उस पहली सदी में परिस्थितियाँ विकसित हुईं, “स्त्री,” यहोवा का स्वर्गीय आत्मिक संगठन की, और वंश, यीशु मसीह की भूमिकाएँ मसीही यूनानी शास्त्रों में स्पष्ट की गयीं।
현명한 결정을 하기 위하여는 현 세계 사건들의 결과가 어떻게 될 것인지를 알아야 하며, 심지어 우리는 영계에서 무슨 일이 일어나고 있는지도 알고 있어야 합니다.
इस से शायद यह आवश्यक होगा कि हम यह जानें कि इन वर्तमान विश्व घटनाओं का परिणाम क्या होगा, यहाँ तक कि हम उन बातों के बारे में अवगत रहें जो आत्मिक क्षेत्र में हो रही हैं।
많은 사람들은 출생과 마찬가지로 죽음 역시 하나의 넘어가는 과정이라고 생각합니다. 죽는 사람은 눈에 보이는 세계에서 눈에 보이지 않는 죽은 자들의 영계로 옮겨 가는 것이라고 생각하는 것입니다.
बहुत-से लोग मानते हैं कि जन्म की तरह मौत भी, ज़िंदगी के एक नए सफर की शुरूआत है। यानी मरने के बाद इंसान इस दुनिया को छोड़कर मरे हुओं के अदृश्य लोक में चला जाता है।

आइए जानें कोरियाई

तो अब जब आप कोरियाई में 영계 के अर्थ के बारे में अधिक जानते हैं, तो आप सीख सकते हैं कि चयनित उदाहरणों के माध्यम से उनका उपयोग कैसे करें और कैसे करें उन्हें पढ़ें। और हमारे द्वारा सुझाए गए संबंधित शब्दों को सीखना याद रखें। हमारी वेबसाइट लगातार नए शब्दों और नए उदाहरणों के साथ अपडेट हो रही है ताकि आप उन अन्य शब्दों के अर्थ देख सकें जिन्हें आप कोरियाई में नहीं जानते हैं।

कोरियाई के अपडेटेड शब्द

क्या आप कोरियाई के बारे में जानते हैं

कोरिया गणराज्य और डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया में कोरियाई सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा है, और कोरियाई प्रायद्वीप पर उत्तर और दक्षिण दोनों की आधिकारिक भाषा है। इस भाषा को बोलने वाले अधिकांश निवासी उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया में रहते हैं। आज, हालांकि, कोरियाई लोगों का एक वर्ग है जो चीन, ऑस्ट्रेलिया, रूस, जापान, ब्राजील, कनाडा, यूरोप और अमेरिका में काम कर रहे हैं और रह रहे हैं।